Tuesday, July 21, 2009

ताऊ की शादी की ४० वीं सालगिरह

ताऊ और ताई शादी की चालीसवीं सालगिरह मना रहे थे कि अचानक ताऊ रोने लगा ।
ताऊ को रोते देख ताई ने पूछा - थम क्यों रोण लाग रे हो?
ताई की आंखों में देखते हुये ताऊ बोला - ''भागवान, क्या तुम्हें याद है आज से चालीस साल
पहले तेरे बापू ने हम दोनों को तुम्हारे अरहर वाले खेत में छुपकर मिलते हुये रंगे हाथों पकड़ा था ?''
ताई के ''हां'' कहने पर ताऊ ने पूछा कि - क्या उसे याद है कि उस वक्त उसके पिता ने मुझसे क्या कहा था ?
ताई बोली - क्या कहा था । अब मुझे तो याद नहीं आ रहा । थम ही बतादो।
ताऊ बोला - तुम्हारे बापू ने कहा था कि अगर मैंने तुमसे शादी नहीं की तो वे मुझे चालीस सालों के
लिये जेल में डलवा देंगे।
ताई बोली - तो इसमे अब डरने वाली क्या बात है? तुमने तो शादी कर ही ली ना।
ताऊ बोला - भागवान यही तो सोच रहा हूं कि अगर मैंने उनकी बात नहीं मानी होती
तो कम से कम आज मैं आजाद हो गया होता ।

यह सुनते ही ताई ने रामप्यारी को आवाज लगाई...रामप्यारी जरा मेरा मेड-इन-जर्मन तो ले के आ...और आगे क्या किया होगा?..आप खुद ही समझ लिजिये...हमारा डिसक्लेमर पिछली पोस्ट वाला यहां दोहराने की जरुरत नही है।

7 comments:

Udan Tashtari said...

हा हा!! आज तो नाच रहा होता ताऊ, सजा पूरी करके.

श्यामल सुमन said...

मजेदार पोस्ट ताऊ जी की। वाह।

सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com

Anil Pusadkar said...

सही है साब जी।

ताऊ रामपुरिया said...

बहुत अच्छे तिवारी साहब.:)

रामराम.

समयचक्र said...

रोचक पोस्ट आभार.

vijay kumar sappatti said...

waah mazedaar post ....maza aa gaya sir ji ,padhkar .. badhai ..

vijay

pls read my new poem "झील" on my poem blog " http://poemsofvijay.blogspot.com

Creative Manch said...

बहुत बढ़िया

क्रिएटिव मंच