ताऊ और ताई शादी की चालीसवीं सालगिरह मना रहे थे कि अचानक ताऊ रोने लगा ।
ताऊ को रोते देख ताई ने पूछा - थम क्यों रोण लाग रे हो?
ताई की आंखों में देखते हुये ताऊ बोला - ''भागवान, क्या तुम्हें याद है आज से चालीस साल
पहले तेरे बापू ने हम दोनों को तुम्हारे अरहर वाले खेत में छुपकर मिलते हुये रंगे हाथों पकड़ा था ?''
ताई के ''हां'' कहने पर ताऊ ने पूछा कि - क्या उसे याद है कि उस वक्त उसके पिता ने मुझसे क्या कहा था ?
ताई बोली - क्या कहा था । अब मुझे तो याद नहीं आ रहा । थम ही बतादो।
ताऊ बोला - तुम्हारे बापू ने कहा था कि अगर मैंने तुमसे शादी नहीं की तो वे मुझे चालीस सालों के
लिये जेल में डलवा देंगे।
ताई बोली - तो इसमे अब डरने वाली क्या बात है? तुमने तो शादी कर ही ली ना।
ताऊ बोला - भागवान यही तो सोच रहा हूं कि अगर मैंने उनकी बात नहीं मानी होती
तो कम से कम आज मैं आजाद हो गया होता ।
यह सुनते ही ताई ने रामप्यारी को आवाज लगाई...रामप्यारी जरा मेरा मेड-इन-जर्मन तो ले के आ...और आगे क्या किया होगा?..आप खुद ही समझ लिजिये...हमारा डिसक्लेमर पिछली पोस्ट वाला यहां दोहराने की जरुरत नही है।
खालीपन
1 day ago
7 comments:
हा हा!! आज तो नाच रहा होता ताऊ, सजा पूरी करके.
मजेदार पोस्ट ताऊ जी की। वाह।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
सही है साब जी।
बहुत अच्छे तिवारी साहब.:)
रामराम.
रोचक पोस्ट आभार.
waah mazedaar post ....maza aa gaya sir ji ,padhkar .. badhai ..
vijay
pls read my new poem "झील" on my poem blog " http://poemsofvijay.blogspot.com
बहुत बढ़िया
क्रिएटिव मंच
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