Sunday, September 28, 2008

जादूगर

जादूगर बोला
आग उगलुन्गा, समुद्र पी जाउंगा
ये तो कुछ भी नही
चार दिन पहले मरे लोगो को
कल के मजमे में जिंदा करूंगा !

एक जवान औरत आई, और बोली
ये क्या गजब कर रहे हैं ?
परसों मेरा पति मरा था
कल मैंने नई शादी की है !
अरे अगर उसको जिंदा कर दोगे
तो अब क्या मैं दो दो पति रक्खूंगी ?

एक नवयुवक आया और बोला,
ऐसा गजब मत करना
मेरा बाप ३ करोड़ छोड़ कर कल ही मरा है !
अगर उसको जिंदा करोगे तो
मेरा करोड़ों का नुक्सान हो जायेगा !
तुम ऐसा करो ये ५० हजार थामो
यहाँ से चलते बनो
और ऐश करो !

9 comments:

ताऊ रामपुरिया said...

अगर उसको जिंदा करोगे तो
मेरा करोड़ों का नुक्सान हो जायेगा !
तुम ऐसा करो ये ५० हजार थामो
यहाँ से चलते बनो
और ऐश करो !


तिवारी साहब आज तो कमाल कर दिया आपने !
बहुत जोरदार ! धन्यवाद !

makrand said...

तिवारी साहब आज तो मेरा सलाम आप लेलो !
सटीक चोट करी है आपने !

भूतनाथ said...

तिवारी साहब इस जादूगर के पास हमको मत ले जाना |
हमको जिंदा नही होना | आपके जिंदा लोग ऐसे ऐसे गंदे
काम करते हैं इससे तो हम मरे हुए भूत ही अच्छे ! अच्छा
हुवा आपने जिंदा आदमियों की औकात बता दी !

राज भाटिय़ा said...

तिवारी साहब जी* आप तो दुनिया को आईना ही दिखाने लगे, अरे भाई जल्दी से लाओ इस जादुगर को जरा पता तो लगे की इस दुनिया मे ओर क्या क्या होता हे, ताकि मरने के बाद यह तसल्ली तो रहेगी की हम ने किसी को गलत नही समझा,आप को ओर इस जादुगर को हमारा सलाम
धन्यवाद

Ashok Pandey said...

वाह तिवारी साहब, बड़ी गहरी बात कही है दुनियादारी पर। यही दुनिया है, मौत जैसे दारुण दुख को भी फायदे में बदल देती है।

योगेन्द्र मौदगिल said...

वाह वाह.......
भाई तिवारी जी,
संगत का असर हो ही गया.
बढ़िया व्यंग्य.
साधुवाद.....

seema gupta said...

चार दिन पहले मरे लोगो को
कल के मजमे में जिंदा करूंगा !
" wah wah, bhut khub, moh maya ka kya jeeta jgataa nzara hai" wonderful creation"

Regards

BrijmohanShrivastava said...

तीन बार में तीन बातें ,खतरनाक शेर के बार से भी ज्यादा ,

कडुवासच said...

गजब का जादू है, लोग देखने से डरते हैं।
शानदार अभिव्यक्ति।