आप सभी को दीपावली की शुभकामनाएं ! हम आपको व्यक्तिगत रूप से आकर दीपावली की शुभकामनाएं नही दे सके ! क्योंकि हमारी पन्डताइन की तबियत ठीक नही थी ! सो हम आप लोगो से दूर रहे ! और इसके लिए हम आप से क्षमा चाहते हैं ! आइये आपको एक बिल्कुल ताजा किस्सा सुनाता हूँ !
कल दीपावली मिलने या कहिये साल भर के पापो का प्रायश्चित करने ताऊ रामपुरिया के घर गए थे ! वहाँ जाकर मिठाई विठाई खा पीके वापस आने लगे तो बिजली गुल हो गई ! तो ताऊ उठकर खड़े हो गए और टॉर्च लेके हमारे आगे २ हो लिए !
हमने कहा - ताऊ रास्ता हमारा रोज का देखा हुवा है हम चले जायेंगे ! आप कहाँ कष्ट करेंगे ?
इस बात पर ताऊ कहने लगे - यार तिवारी साहब , मैंने कोई आपको रास्ता दिखाने के लिए टॉर्च थोड़ी उठाई है ? अरे टॉर्च तो मैंने इस लिए उठाई है की आप कहीं अंधेरे में आपके पुराने जूते छोड़ कर मेरे नए जूते नही पहन कर निकल लो !
11 comments:
तिवारी साहब जी अब ताऊ पुराने जमाने वाला बाऊली बुच नही रहा, अब तो सयाना हो गया है, अरे कल सुबह ही तो बेचारा इतनी मेहनत कर कै मंदिर से अपने नाप का ढुढ के लाया था,ओर उस पर आप ने नजर रख ली.
आप के घर के पास कोई मंदिर नही है क्या ? मगल बार को नये नये जुते आते है वहां...
भाई पन्डताइन का थोडा ध्यान रखा करो ,आज कल मोसम बदल रहा है,आप सब को परिवार समेत दिपावली की शुभकामनाये, ओर जल्दी से ठीक हो जाये
ताऊ बहुत उंची और पहुँची चीज है...उसे कम मत आंकियेगा तिवारी साहब...क्या पता आपका घर पता करने निकले हों कि कहाँ से आते हैं तिवारी साहब!!
जभी तो ताऊ की इतनी कद्र है सारे जहाँ में!
भाई तिवारी साहब मान गए आपको तो ! आप तो लगता है डा. अनुराग आर्य साहब की तरह आसपास के माहोल को देखने लगे हो ! यकीन मानिए हम वाकई आपको टॉर्च दिखाने नीचे आए थे ! अब ये अलग बात है की जूता और वो भी महँगा वाला हमने
३ दिन पहले ही खरीदा था ! पर हम आपसे ये उम्मीद भी नही रखते की आप हमारा जूता हमारे सर ही मार दोगे ! लगता है आप भी चाईनीज बम्बू की तर्ज पर निकलोगे ब्लागिंग में ! :) खैर हम आपका क्या कर सकते हैं ....... के नौ ग्रह बलवान होते हैं ! :) बड़ी खुशी हुई आपने कल की एक जरासी घटना की पोस्ट बना डाली ! बहुत आगे निकलने की तैयारी दिख रही है !
" ha ha ha ha sach kha hai, tau jee ab smejdaar ho gye hain, hr post mey kuch na kuch seekh daiten hain..... jo bde kama ke hotee hai, ab koee unke new jutey pr hee nazar dalega to .....rub khair kre.."
Regards
तिवारीसाहब नमस्ते ! और लीजिये भूतनाथ से पंगा ! कैसी रही ?
तिवारी साहब आखिर ताऊ ताऊ है |
तभी तो हमारे ताऊ है जी वो !
पंडिताइन की तबियत खराब है। भाई उनकी सेवा सुश्रूषा करो। जगत में केवल वही अपनी हैं। बाकी तो सब ऐसे ही हैं। भाई आपने ताऊ को बताया नहीं
ब्राह्मणों में तिवारी
देवताओं में त्रिपुरारी
नेताओं में अटलबिहारी
भोजन में सोहारी
कद्दू की तरकारी
शब्दों के व्यापारी
इनकी बात ही होती है न्यारी
जय हो तिवारी जी की
बाकी एक बात जरूर ध्यान रखा करो बड़े भाई
के हम हरियाणा वालों के यहां जुते पड़ तो सकैं पर मिल नहीं सकते
क्यों ताऊ.....
भाभीश्री के स्वास्थ्य के प्रति शुभकामनाएं
ये जूता तो कब का निबट लिया अब तो मंदिर से बाहर आ जाऒ तिवारी जी
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