मैं आपका परिचय अपने ही राग से करवाउंगा !
यह राग अनवरत मेरे अंतर्मन में बजता ही रहता है !
मैं इसे सुनता ही रहता हूँ ! आपको भी
सुनाने की कोशीश करूंगा !
शायद आप सुन पायें !
Wednesday, July 30, 2008
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यह राग अनवरत मेरे अंतर्मन में बजता ही रहता है ! मैं इसे सुनता ही रहता हूँ !
7 comments:
प्रिय दीपक ,
ईश्वर आपको सफलता दें !
मग्गा बाबा
ஆரம்பிக்கலாமா
आपके कमेन्ट के लिए धन्यवाद. वैसे भी सोमरस तो शुद्ध शाकाहारी ही होता है, right?
;-)
मुझे आश्चर्य हुआ कि आपने ஆரம்பிக்கலாமா का अर्थ नहीं पूछा
ஆரம்பிக்கலாமா
साहब जी अभी रात का शुरुर बाक़ी है !
सोचा दिन में बाबा से पूछ लेंगे ! अब आप ही
बता दो !
मैंने तमिल में लिखा "आराम्बिक्कालामा" इसका अर्थ है "शुभ आरम्भ" या "श्रीगणेश" या "बिस्मिल्लाह" जैसा भी आप ठीक समझें - पर भावना शुभेच्छा की है.
Shubhkamnaen............
पैग पर भी कुछ वार्ता जरूर रखें ताकि सरूर बना रहे
महाराज, कहाँ हैं आप? अब तक तो सुरूर उतर जाना चाहिए. सब कुशल-मंगल तो है न?
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