बडे रुसवा होगये कुछ दोस्त हमारे
अब वो याद ही नही करते
पहेले तो रोज मिलते थे
अब मिस काल तक नही करते
खुशबू दोस्ती की इश्क से कम नही होती
इश्क पर ही ये जहां खत्म नही होता तिवारी
अगर साथ हो दोस्तों का तो
ये दुनियां जन्नत से कम नही होती
Sunday, February 21, 2010
Tuesday, August 18, 2009
वादा तेरा वादा
क्या आपको निम्न बातों पर यकीन हो सकता है? या हंसी आयेगी? खुद ही पढकर जरा बताईये।
१. सरकार मिलावटियों के साथ सखती से निपटेगी।
२. शक्कर और अरहर दाल के भाव नियंत्रण मे रखे जायेंगे।
३. कारों से काली फ़िल्म हटवाई जायेगी.
४. यातायात के नियमों का सखती से पालन होगा।
५ आशीष खण्डेलवाल टेक्निकल पोस्ट नही लिखेगे।
६. ताऊ रामपुरिया पहेली नही पूछेंगे।
७.अवैध वसूली नही होगी।
८. सफ़ाई का काम युद्ध स्तर पर होगा।
९. बंद स्ट्रीट लाईटस को तुरंत चालू किया जायेगा।
१०. सडको से गड्डे हटा दिये जायेंगे।
११. सडक निर्माण योजना समय से पुर्ण कर ली जायेगी।
उपरोक्त वादे कहां तक सही हो सकते हैं?
१. सरकार मिलावटियों के साथ सखती से निपटेगी।
२. शक्कर और अरहर दाल के भाव नियंत्रण मे रखे जायेंगे।
३. कारों से काली फ़िल्म हटवाई जायेगी.
४. यातायात के नियमों का सखती से पालन होगा।
५ आशीष खण्डेलवाल टेक्निकल पोस्ट नही लिखेगे।
६. ताऊ रामपुरिया पहेली नही पूछेंगे।
७.अवैध वसूली नही होगी।
८. सफ़ाई का काम युद्ध स्तर पर होगा।
९. बंद स्ट्रीट लाईटस को तुरंत चालू किया जायेगा।
१०. सडको से गड्डे हटा दिये जायेंगे।
११. सडक निर्माण योजना समय से पुर्ण कर ली जायेगी।
उपरोक्त वादे कहां तक सही हो सकते हैं?
Tuesday, July 21, 2009
ताऊ की शादी की ४० वीं सालगिरह
ताऊ और ताई शादी की चालीसवीं सालगिरह मना रहे थे कि अचानक ताऊ रोने लगा ।
ताऊ को रोते देख ताई ने पूछा - थम क्यों रोण लाग रे हो?
ताई की आंखों में देखते हुये ताऊ बोला - ''भागवान, क्या तुम्हें याद है आज से चालीस साल
पहले तेरे बापू ने हम दोनों को तुम्हारे अरहर वाले खेत में छुपकर मिलते हुये रंगे हाथों पकड़ा था ?''
ताई के ''हां'' कहने पर ताऊ ने पूछा कि - क्या उसे याद है कि उस वक्त उसके पिता ने मुझसे क्या कहा था ?
ताई बोली - क्या कहा था । अब मुझे तो याद नहीं आ रहा । थम ही बतादो।
ताऊ बोला - तुम्हारे बापू ने कहा था कि अगर मैंने तुमसे शादी नहीं की तो वे मुझे चालीस सालों के
लिये जेल में डलवा देंगे।
ताई बोली - तो इसमे अब डरने वाली क्या बात है? तुमने तो शादी कर ही ली ना।
ताऊ बोला - भागवान यही तो सोच रहा हूं कि अगर मैंने उनकी बात नहीं मानी होती
तो कम से कम आज मैं आजाद हो गया होता ।
यह सुनते ही ताई ने रामप्यारी को आवाज लगाई...रामप्यारी जरा मेरा मेड-इन-जर्मन तो ले के आ...और आगे क्या किया होगा?..आप खुद ही समझ लिजिये...हमारा डिसक्लेमर पिछली पोस्ट वाला यहां दोहराने की जरुरत नही है।
ताऊ को रोते देख ताई ने पूछा - थम क्यों रोण लाग रे हो?
ताई की आंखों में देखते हुये ताऊ बोला - ''भागवान, क्या तुम्हें याद है आज से चालीस साल
पहले तेरे बापू ने हम दोनों को तुम्हारे अरहर वाले खेत में छुपकर मिलते हुये रंगे हाथों पकड़ा था ?''
ताई के ''हां'' कहने पर ताऊ ने पूछा कि - क्या उसे याद है कि उस वक्त उसके पिता ने मुझसे क्या कहा था ?
ताई बोली - क्या कहा था । अब मुझे तो याद नहीं आ रहा । थम ही बतादो।
ताऊ बोला - तुम्हारे बापू ने कहा था कि अगर मैंने तुमसे शादी नहीं की तो वे मुझे चालीस सालों के
लिये जेल में डलवा देंगे।
ताई बोली - तो इसमे अब डरने वाली क्या बात है? तुमने तो शादी कर ही ली ना।
ताऊ बोला - भागवान यही तो सोच रहा हूं कि अगर मैंने उनकी बात नहीं मानी होती
तो कम से कम आज मैं आजाद हो गया होता ।
यह सुनते ही ताई ने रामप्यारी को आवाज लगाई...रामप्यारी जरा मेरा मेड-इन-जर्मन तो ले के आ...और आगे क्या किया होगा?..आप खुद ही समझ लिजिये...हमारा डिसक्लेमर पिछली पोस्ट वाला यहां दोहराने की जरुरत नही है।
Monday, July 20, 2009
ताऊ ने खोली हवाईजहाज के इंजिन बनाने की फेक्ट्री
ताऊ को राज भाटिया जी ने हवाईजहाज के इंजन बनाने की कंपनी खोलने की राय देदी. अब ताऊ बेकार तो था ही..सो खोल दी एक कंपनी.
एक हवाईजहाज बनाने वाली कम्पनी ने ऐसा हवाईजहाज बनाया जिसको उडाने के लिये पायलेट की जरुरत नही थी. और उसने इसके लिये दस कम्पनियों से कम्प्युटराईज्ड इंजन खरीदे. उन दस मे से एक कंपनी ताऊ की भी थी.
अब यह हवाईजहाज बनकर उडने के लिये तैयार होगया. जहाज को बनाने वाली कम्पनी ने उन सभी दस कंपनियों के मालिकों को बुलवाया और उन्हे इस हवाईजहाज की प्रथम उडान मे सवारी करने के लिये बैठा दिया.
जहाज मे बैठाने के बाद उस जहाज के मालिक ने इन सभी दस इंजन सप्लाई करने वालों को अलग अलग बताया कि इस जहाज मे उनकी कम्पनी द्वारा सप्लाई किया हुआ ईंजिन ही लगाया गया है. यह सुनकर धीरे धीरे उनमे से नौ इंजिन सप्लायर तो जहाज से उतर कर नौ दो ग्यारह हो गये और ताऊ अकेला बैठा रहा.
ताऊ को वहां इत्मिनान से बैठा देखकर वहां मौजूद मिडिया के लोगों को बडा आश्चर्य हुआ कि बाकी सारे सप्लायर तो डर के मारे जहाज से उतर कर भाग गये और ताऊ आराम से बैठा है. तो उन्होने ताऊ से पूछा - ताऊ आपको आप द्वारा सप्लाई किये गये इंजन पर इतना यकीन है कि यह आसमान मे उडने के दौरान नीचे नही गिरेगा?
ताऊ बोला - अरे बावलीबूचों ..अगर इस जहाज मे मेरी कंपनी का बनाया हुआ इंजन लगा होगा तो गिरना तो दूर की बात है यह उडेगा ही नही.
नोट : यह वाला ताऊ ...ताऊ रामपुरिया नही है.:)
एक हवाईजहाज बनाने वाली कम्पनी ने ऐसा हवाईजहाज बनाया जिसको उडाने के लिये पायलेट की जरुरत नही थी. और उसने इसके लिये दस कम्पनियों से कम्प्युटराईज्ड इंजन खरीदे. उन दस मे से एक कंपनी ताऊ की भी थी.
अब यह हवाईजहाज बनकर उडने के लिये तैयार होगया. जहाज को बनाने वाली कम्पनी ने उन सभी दस कंपनियों के मालिकों को बुलवाया और उन्हे इस हवाईजहाज की प्रथम उडान मे सवारी करने के लिये बैठा दिया.
जहाज मे बैठाने के बाद उस जहाज के मालिक ने इन सभी दस इंजन सप्लाई करने वालों को अलग अलग बताया कि इस जहाज मे उनकी कम्पनी द्वारा सप्लाई किया हुआ ईंजिन ही लगाया गया है. यह सुनकर धीरे धीरे उनमे से नौ इंजिन सप्लायर तो जहाज से उतर कर नौ दो ग्यारह हो गये और ताऊ अकेला बैठा रहा.
ताऊ को वहां इत्मिनान से बैठा देखकर वहां मौजूद मिडिया के लोगों को बडा आश्चर्य हुआ कि बाकी सारे सप्लायर तो डर के मारे जहाज से उतर कर भाग गये और ताऊ आराम से बैठा है. तो उन्होने ताऊ से पूछा - ताऊ आपको आप द्वारा सप्लाई किये गये इंजन पर इतना यकीन है कि यह आसमान मे उडने के दौरान नीचे नही गिरेगा?
ताऊ बोला - अरे बावलीबूचों ..अगर इस जहाज मे मेरी कंपनी का बनाया हुआ इंजन लगा होगा तो गिरना तो दूर की बात है यह उडेगा ही नही.
नोट : यह वाला ताऊ ...ताऊ रामपुरिया नही है.:)
Monday, April 6, 2009
सावधान : ताऊ और ताई की याददास्त गुम..
हम सभी को सावधान कर देना चाहते हैं की आज कल ताऊ की याददाश्त कमजोर पड़ चुकी है और जिनसे उधार ले रक्खा है, वो याददाश्त तो पुरी तरह बेकार हो चुकी है। निचे का वाक़या आप पढ़ लीजिये और ख़ुद फैसला कर लीजिये।
ताऊ और ताई को आजकल ऐसा महसूस होने लगा है की उनकी याददास्त कमजोर हो चली है। इसके लिए उन्होंने डाक्टर से चेक अप करवाने का फैसला किया और रामप्यारी को साथ लेकर एक् डाक्टर के पास पहुंच गए.
डॉक्टर ने बड़ी बारीकी से उनका परीक्षण किया और बताया कि उन्हें कोई बीमारी नहीं है। बुढ़ापे में इस तरह के लक्षण स्वाभाविक हैं। कोई फ़िकर करने जैसी बात नहीं है.
इस पर ताऊ बोला की अजी दागदर जी हमको तो कुछ भी याद नहीं रहता. और रामप्यारी ने भी हां मे हां मिलाई. वैसे रामप्यारी को इस भूलने वाली बीमारी से बडा फ़ायदा था. क्योंकि वो जब भी सामान लाने जाती तब बाकी पैसों की चाकलेट खा जाती थी और भूलने की वजह से ताऊ या ताई उसको पकड नही पाते थे. वो जो भी हिसाब बतादे वो सही.
खैर डाक्टर ने उनको कहा कि महत्वपूर्ण कार्यों को लिखकर रख लें जिससे कोई जरूरी काम न भूलें।
ताऊ और ताई ने डॉक्टर का धन्यवाद किया. अब डाक्टर ने कहा - मेरी फ़ीस के पांच सौ रुपये दिजिये.
अब ताऊ बोला - किस बात के रुपये?
डाक्टर बोला - मैने आपकी जांच की है, उस बात की फ़ीस.
ताऊ बोला - जी डाक्दर साब मन्नै तो बेरा कोनी? याद आवैगी तो भिजवा दूंगा.
और वो तीनो घर चले गये. उस रात को टीवी देखते समय ताऊ उठकर कहीं जाने लगा तो ताई ने पूछा - ''कहां जा रहे हो ?''
ताऊ ने जवाब दिया - ''रसोईघर में'.
ताई बोली - ''मेरे लिये एक कप चाय लेते आना''
ताऊ बोला - ''ठीक है, ले आऊंगा।''
इस पर ताई बोली - ''मेरे खयाल से तुम इसे नोट कर लो नहीं तो भूल जाओगे।''
ताऊ बोला - ''नहीं भूलूंगा, तुम चिंता मत करो.
अब ताई बोली - ''ठीक है, मेरे लिये कुछ खाने को भी लेते आना।
ताऊ बोला - के लाऊं तेरे खाने के लिये?
ताई बोली - मेरा तो आज व्रत है ज्यादा कुछ नही थोडी सी आलू चिप्स ही लेते आना.'
ताऊ - ठीक है , ले आऊंगा।''
अब ताई फ़िर बोली - ''मुझे लगता है तुम लिख लेते तो ठीक था। कहीं भूल न जाओ।''
अब ताऊ नाराज सा होकर बोला - अरे भागवान नही भूलूंगा । मुझे तुम्हारे लिये एक कप चाय और आलू चिप्स ही तो लानी है ना?ठीक है इतना तो मैं याद रख ही सकता हूं। ''
लगभग आधे घण्टे बाद ताऊ एक कटोरे में आइसक्रीम और एक प्लेट में मठरी लेकर आया।
ताई ने यह देखते ही आग बबूला होकर मेड-इन-जर्मन लठ्ठ ऊठाया और चिल्लाई - ''तुमसे कहा था ना कि लिखकर ले जाओ वरना भूल जाओगे। बताओ मेरे आलू के परांठे कहां है ?''
और रामप्यारी ताई को लठ्ठ ऊठाते देख कर पहले ही वहां से खिसक ली. और ताऊ का हालचाल तो आप लोग फ़ोन कार्के पूछ लेना. बिल्कुल ताजा किस्सा है ये. ऐसी हालत मे ताऊ आपसे उधार लेकर भूल गया तो हमको दोष मत दिजियेगा.हमने आपको पहले ही सावधान कर दिया है.
ताऊ और ताई को आजकल ऐसा महसूस होने लगा है की उनकी याददास्त कमजोर हो चली है। इसके लिए उन्होंने डाक्टर से चेक अप करवाने का फैसला किया और रामप्यारी को साथ लेकर एक् डाक्टर के पास पहुंच गए.
डॉक्टर ने बड़ी बारीकी से उनका परीक्षण किया और बताया कि उन्हें कोई बीमारी नहीं है। बुढ़ापे में इस तरह के लक्षण स्वाभाविक हैं। कोई फ़िकर करने जैसी बात नहीं है.
इस पर ताऊ बोला की अजी दागदर जी हमको तो कुछ भी याद नहीं रहता. और रामप्यारी ने भी हां मे हां मिलाई. वैसे रामप्यारी को इस भूलने वाली बीमारी से बडा फ़ायदा था. क्योंकि वो जब भी सामान लाने जाती तब बाकी पैसों की चाकलेट खा जाती थी और भूलने की वजह से ताऊ या ताई उसको पकड नही पाते थे. वो जो भी हिसाब बतादे वो सही.
खैर डाक्टर ने उनको कहा कि महत्वपूर्ण कार्यों को लिखकर रख लें जिससे कोई जरूरी काम न भूलें।
ताऊ और ताई ने डॉक्टर का धन्यवाद किया. अब डाक्टर ने कहा - मेरी फ़ीस के पांच सौ रुपये दिजिये.
अब ताऊ बोला - किस बात के रुपये?
डाक्टर बोला - मैने आपकी जांच की है, उस बात की फ़ीस.
ताऊ बोला - जी डाक्दर साब मन्नै तो बेरा कोनी? याद आवैगी तो भिजवा दूंगा.
और वो तीनो घर चले गये. उस रात को टीवी देखते समय ताऊ उठकर कहीं जाने लगा तो ताई ने पूछा - ''कहां जा रहे हो ?''
ताऊ ने जवाब दिया - ''रसोईघर में'.
ताई बोली - ''मेरे लिये एक कप चाय लेते आना''
ताऊ बोला - ''ठीक है, ले आऊंगा।''
इस पर ताई बोली - ''मेरे खयाल से तुम इसे नोट कर लो नहीं तो भूल जाओगे।''
ताऊ बोला - ''नहीं भूलूंगा, तुम चिंता मत करो.
अब ताई बोली - ''ठीक है, मेरे लिये कुछ खाने को भी लेते आना।
ताऊ बोला - के लाऊं तेरे खाने के लिये?
ताई बोली - मेरा तो आज व्रत है ज्यादा कुछ नही थोडी सी आलू चिप्स ही लेते आना.'
ताऊ - ठीक है , ले आऊंगा।''
अब ताई फ़िर बोली - ''मुझे लगता है तुम लिख लेते तो ठीक था। कहीं भूल न जाओ।''
अब ताऊ नाराज सा होकर बोला - अरे भागवान नही भूलूंगा । मुझे तुम्हारे लिये एक कप चाय और आलू चिप्स ही तो लानी है ना?ठीक है इतना तो मैं याद रख ही सकता हूं। ''
लगभग आधे घण्टे बाद ताऊ एक कटोरे में आइसक्रीम और एक प्लेट में मठरी लेकर आया।
ताई ने यह देखते ही आग बबूला होकर मेड-इन-जर्मन लठ्ठ ऊठाया और चिल्लाई - ''तुमसे कहा था ना कि लिखकर ले जाओ वरना भूल जाओगे। बताओ मेरे आलू के परांठे कहां है ?''
और रामप्यारी ताई को लठ्ठ ऊठाते देख कर पहले ही वहां से खिसक ली. और ताऊ का हालचाल तो आप लोग फ़ोन कार्के पूछ लेना. बिल्कुल ताजा किस्सा है ये. ऐसी हालत मे ताऊ आपसे उधार लेकर भूल गया तो हमको दोष मत दिजियेगा.हमने आपको पहले ही सावधान कर दिया है.
Sunday, December 14, 2008
यह क्या है ?
अभी चुनाव के व्यस्त कार्यक्रम से फ़ुरसत हुये ही थे कि मेरे मित्र भाटि साहब की बहन कुछ ज्यादा बीमार हो गई ! कुछ पेट के कैन्सर से पीडित हैं !
इधर कुछ समय उनको भी देना पडता है ! कल रात को दस बजे के करीब उनके घर पर ही था ! बहन जी की उम्र करीब ६० साल की है ! और मेरे मित्र के साथ ही रहती हैं !
मेरे मित्र के घर मे इस बहन के अलावा एक उनका बडा भाई भी है ! ये तीनो भाई बहन कुंआरे हैं ! उम्र भी ५० से लेकर ६० के बीच मे है तीनो की !
रात को बहन की तबियत ज्यादा खराब हुई तो डाक्टर को बुलवाया ! डाक्टर ने आकर देखा ...ब्लड प्रेशर..नब्ज गायब ...! उनको पलन्ग से नीचे उतार लिया गया... घर मे कुछ रिश्तेदार महिलाए भी आई हुई थी ..रोना धोना मच गया..!
यहां तक तो ठीक.... अब बहन जी के बहुत ही लाडले पडोसी के १५ वर्षिय बालक को मालूम पडा उसी वक्त वो आकर चिल्लाया--आन्टी जी .. क्या हुआ आपको ?
और आप आश्चर्य करेंगे आन्टी जी ऊठकर बैठ गई ! और आज वो और दिनो की अपेक्षा ज्यादा स्वस्थ लग रही हैं ! ये कल रात की घटना है !
Thursday, November 20, 2008
ताई ने किया अर्थ का अनर्थ
बात पुरानी है ! उस समय ताऊ और ताई की शादी हुई ही थी !
शादी के कुछ दिन बाद ताऊ तो कलकता चला गया !
और ताई रह गई गाँव में ! अब एक दिन ताई ने एक पत्र ताऊ को लिखा !
आप तो ताऊ को जानते ही हो ! ताऊ ख़ुद अंगूठा छाप है ! इसीलिए चोरी
डकैती और लूट्मारी के धंधो में लगा है !
सूना है आजकल चाँद बेच कर खाने की जुगाड़ में है !
यमराज जी चाँद ताऊ के हवाले कर गए हैं !
ताऊ अब ऐसा है तो ताई भी उससे दो हाथ आगे है !
बस किसी तरह जोड़ कर अक्षर लिख लेती है !
शब्द कहाँ लगाना, कोमा, पूर्णविराम जहाँ इच्छा हो वहीं लगाती है !
आप भी ताई का पत्र ताऊ के नाम की झलक देखिये !
मेरे प्रिय जीवन साथी मेरे चरणों में आपका प्रणाम !
आपने अभी तक चिट्ठी नही लिखी मेरी सहेली को !
नौकरी मिल गई है गाय ने !
बच्छडा दिया है दादाजी ने !
शराब शुरू करदी मैंने !
तुमको बहुत ख़त लिखे पर तुम नही आए कुत्ते के बच्चे !
भेडिया खा गई दो महीने का राशन !
छुट्टी पर आते वक्त ले आना एक खूबसूरत औरत !
मेरी सहेली बन गई है !
और इस वक्त टी.वी. पर गाना गा रही है हमारी बकरी !
बेच दी गई है तुम्हारी माँ !
तुमको याद कर रही है एक पडोसन !
हमें बहुत तंग करती है तुम्हारी बहन !
सिरदर्द से लेटी है तुम्हारी पत्नी !
अब अगर ताई पढी लिखी होती और सही कोमा एवं पूर्णविराम लगाती तो असल बात यह थी !
मेरे प्रिय जीवन साथी के चरणों में मेरा प्रणाम !
आपने अभी तक चिट्ठी नही लिखी ! मेरी सहेली को नौकरी मिल गई है !
गाय ने बच्छडा दिया है ! दादाजी ने शराब शुरू करदी !
मैंने तुमको बहुत ख़त लिखे पर तुम नही आए ! कुत्ते के बच्चे भेडिया खा गई !
दो महीने का राशन छुट्टी पर आते वक्त ले आना !
एक खूबसूरत औरत मेरी सहेली बन गई है !
और इस वक्त टी.वी. पर गाना गा रही है ! हमारी बकरी बेच दी गई है !
तुम्हारी माँ तुमको याद कर रही है ! एक पडोसन हमें बहुत तंग करती है !
तुम्हारी बहन सिरदर्द से लेटी है !
तुम्हारी पत्नी !
हम बिल्कुल भी नही बताएँगे की ये कौन से ताई और ताऊ की कहानी है !
आपको जो समझना हो आप समझ लीजिये !
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